जयपुर, 28 अप्रेलः मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर के बायोसाइंसेज विभाग, स्कूल ऑफ़ बेसिक साईन्स, फ़ैकल्टी ऑफ़ साइयन्स द्वारा गुरूवार 30 अप्रेल को ‘कोविड-19: बायोटेक्नोलॉजी अ वे फॉरवर्ड शीर्षक से एक अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन कॉन्फ्रेेन्स का आयोजन किया जाएगा। यह कॉन्फ्रेेन्स शाम 4 से 8 बजे तक आयोजित की जाएगी और इसका कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है।
इस वेबिनार में देश विदेश के जाने माने चिकित्सक एवं वैज्ञानिक कोविड-19 महामारी की रोगजनकता, इसके लक्षण, उसके रोकथाम और संभावित उपचारों पर अपने विचार साझा करेंगे। कॉन्फ्रेेन्स के मुख्य वक्ताओं में अमेरिका के पेथोलॉजी प्रोफेसर डॉक्टर नोलमैन रिशल तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के प्रोफ़ेसर डॉक्टर अमित कुमार डिंडा रहेंगे।
कॉन्फ्रेेन्स का उद्देश्य कोविड-19 की रोकथाम और इलाज में बायोटेक्नॉलोजी की उपयोगिता को समझना है। इस कॉन्फ्रेेन्स से शोधार्थियों को कोविड-19 जैसी महामारी की रोकथाम में कारगर साबित होने वाली दवाइयों एवं टीकों को बनाने में वाली आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। आधुनिक एवं आयुर्वेदिक दवाइयों के सम्मिश्रण से किस प्रकार इस महामारी की रोकथाम की जा सकती है, उस पर भी विषय विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी।
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर का सदैव मानव जाति और समाज की बेहतरी के लिए शिक्षित करने और अनुसंधान करने में मदद करने का उद्देष्य रहा है। विशेष रूप से कैंसर, वर्तमान महामारी और इसी तरह की स्थितियों जैसी खतरनाक बीमारियों से निपटने के लिए जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सके।
इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य भविष्य के छात्रों और शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करने और देश के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एक सामान्य जागरूकता उत्पन्न करना है।
इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेेन्स में शामिल होने के लिए https://forms.gle/kw853JTpQWgQGHxR7 पर पंजीकरण किया जा सकता है।
इस वेबिनार में देश विदेश के जाने माने चिकित्सक एवं वैज्ञानिक कोविड-19 महामारी की रोगजनकता, इसके लक्षण, उसके रोकथाम और संभावित उपचारों पर अपने विचार साझा करेंगे। कॉन्फ्रेेन्स के मुख्य वक्ताओं में अमेरिका के पेथोलॉजी प्रोफेसर डॉक्टर नोलमैन रिशल तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के प्रोफ़ेसर डॉक्टर अमित कुमार डिंडा रहेंगे।
कॉन्फ्रेेन्स का उद्देश्य कोविड-19 की रोकथाम और इलाज में बायोटेक्नॉलोजी की उपयोगिता को समझना है। इस कॉन्फ्रेेन्स से शोधार्थियों को कोविड-19 जैसी महामारी की रोकथाम में कारगर साबित होने वाली दवाइयों एवं टीकों को बनाने में वाली आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। आधुनिक एवं आयुर्वेदिक दवाइयों के सम्मिश्रण से किस प्रकार इस महामारी की रोकथाम की जा सकती है, उस पर भी विषय विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी।
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर का सदैव मानव जाति और समाज की बेहतरी के लिए शिक्षित करने और अनुसंधान करने में मदद करने का उद्देष्य रहा है। विशेष रूप से कैंसर, वर्तमान महामारी और इसी तरह की स्थितियों जैसी खतरनाक बीमारियों से निपटने के लिए जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सके।
इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य भविष्य के छात्रों और शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करने और देश के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एक सामान्य जागरूकता उत्पन्न करना है।
इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेेन्स में शामिल होने के लिए https://forms.gle/kw853JTpQWgQGHxR7 पर पंजीकरण किया जा सकता है।
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