सराफ ने कहा कि गांधीवादी मुख्यमंत्री होने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह दावा चौंकाने वाला है एक तरफ तो राज्य सरकार के निर्देश पर शराबबंदी की समीक्षा को लेकर आबकारी विभाग की एक टीम बिहार भेजी गई लेकिन कुछ भी नहीं हुआ बल्कि उनके लिए राहत का काम और कर दिया गया। फिर वित्त विभाग ने जो निर्देश जारी किए हैं उसके अनुसार लाइसेंस के लिए व्यवसायिक श्रेणी की भूरूपांतरण की बात को भी खत्म कर दिया गया है।
राज्य में वर्तमान में करीब 900 होटलों को बार लाइसेंस मिला हुआ है जिसमें भी जयपुर में करीब 400 बार लाइसेंस है सरकार के इस निर्णय से होटल बार लाइसेंस में लगभग 5 गुना वृद्धि हो जाएगी। खास बात यह है कि वर्तमान में शराब की दुकानें रात 8 बजे बंद हो जाती है अब इस निर्णय से गली गली में रेस्टोरेंट्स रात 11 बजे तक और होटल में कोई सीमा नहीं होने के कारण रात भर शराब उपलब्ध रहेगी। इसके कारण अपराधों में बेतहाशा वृद्धि होगी। सराफ ने इस निर्णय को तुरंत वापस लिए जाने की मांग की है।
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