- विद्वानों ने कराया अनेक द्रव्यो से भोलेनाथ का अभिषेक
श्रीकृष्ण चरण अनुरागी श्रीनिवास शर्मा ने बताया कि हमारे द्वारा किए गए पाप कर्म ही हमारे दु:खों का कारण है। उन्होंने बताया कि रुद्राअर्चन और रुद्राभिषेक से हमारे सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और साधक में शिवत्व का उदय होता है। कहा जाता है कि एकमात्र भगवान सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है। उन्होंने बताया कि सभी देवताओं की आत्मा में रुद्र का वास है और सभी देवता रुद्र की आत्मा हैं। इस मौके पर भोलेनाथ का इत्र सुगंधित पुष्पों से आकर्षक शृंगार किया गया। सभी भक्तों ने भोलेनाथ की सामूहिक रूप से आरती पूजा की।
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तहत भागवत कथा सप्ताह, नानी बाई को मायरो, श्री श्याम जी का जागरण और रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। भक्तों ने इस महामहोत्सव में बड़ी संख्या में भाग लिया। इसके बाद बगीची में शाम को पोस बड़ा भंडारा प्रसादी का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने देर रात तक प्रसादी ग्रहण की।
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