जयपुर 07 जनवरी, 2020। आई आई एस (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) के ईक्वल ऑपरच्यूनिटी सेल की ओर से दिल्ली स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ एंड रिसर्च, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज़ रिसर्च एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली के तत्वावधान में भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय, नई दिल्ली के सहयोग से विश्वविद्यालय परिसर में अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना एवं उनका मजबूतीकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का समापन मंगलवार को हुआ। इस समापन सत्र को तकनीकी, संस्कृत शिक्षा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित डॉ सुभाष गर्ग ने अपने उद्बोधन में अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं पर आयोजित इस कॉन्फ्रेंस की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि लोगों में इन योजनाओं के प्रति सजगता फैलाने के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजित होना बेहद आवश्यक है। साथ ही डॉ गर्ग ने नववर्ष के अवसर पर देश में शांति की कामना की एवं कहा कि देश की लगभग 14 से 15 प्रतिशत जनसंख्या अल्पसंख्यक है ऐसे में देश का विकास तभी हो सकता है जब सभी धर्म व जाति को साथ लेकर चला जाए एवं आपसी भाईचारा व सद्भावना कायम की जाए।
प्रो बी पी सिंह, अध्यक्ष, दिल्ली स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया एवं अपने उद्बोधन में सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास का संदेश दिया। प्रो सिंह ने सभी को एक साथ मिलकर चलने की सलाह दी ताकि नए भारत का निर्माण किया जा सके। प्रो सिंह ने बताया कि देश की 48 प्रतिशत जनसंख्या महिलाओं की है ऐसे में अगर महिलाओं को जागरूक व सजग किया जाए तो देश में बदलाव निश्चित है।
समापन समारोह की शुरूआत में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अशोक गुप्ता ने अपने स्वागत उद्भोदन में डॉ सुभाष गर्ग, प्रो बी पी सिंह, सहित अन्य उपस्थित अतिथिगणों एवं प्रतिभागी छात्राओं का स्वागत किया।
इस कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में प्रतिभागी छात्राओं को प्रतिभागिता सर्टिफिकेट्स प्रदान किए गए। इस कॉन्फ्रेंस में 100 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। अंत में डॉ दीपिका सिंह, नोडल ऑफिसर, ईक्वल ऑपरच्यूनिटी सेल, आईआईएस विश्वविद्यालय ने मुख्य अतिथि, उपस्थित विषय वक्ताओं एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में प्रो सीमा सिंह, डॉ आर एस सिंह एवं श्री मोहीबुद्दीन खान ने आर्थिक विकास एवं महिला सशक्तिकरण, शैक्षिक विकास, अवसंरचना एवं अन्य विकास, स्व-रोज़गार के लिए सरकारी योजनाएं एवं वित्तीय सहायता आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित डॉ सुभाष गर्ग ने अपने उद्बोधन में अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं पर आयोजित इस कॉन्फ्रेंस की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि लोगों में इन योजनाओं के प्रति सजगता फैलाने के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजित होना बेहद आवश्यक है। साथ ही डॉ गर्ग ने नववर्ष के अवसर पर देश में शांति की कामना की एवं कहा कि देश की लगभग 14 से 15 प्रतिशत जनसंख्या अल्पसंख्यक है ऐसे में देश का विकास तभी हो सकता है जब सभी धर्म व जाति को साथ लेकर चला जाए एवं आपसी भाईचारा व सद्भावना कायम की जाए।
प्रो बी पी सिंह, अध्यक्ष, दिल्ली स्कूल ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया एवं अपने उद्बोधन में सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास का संदेश दिया। प्रो सिंह ने सभी को एक साथ मिलकर चलने की सलाह दी ताकि नए भारत का निर्माण किया जा सके। प्रो सिंह ने बताया कि देश की 48 प्रतिशत जनसंख्या महिलाओं की है ऐसे में अगर महिलाओं को जागरूक व सजग किया जाए तो देश में बदलाव निश्चित है।
समापन समारोह की शुरूआत में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अशोक गुप्ता ने अपने स्वागत उद्भोदन में डॉ सुभाष गर्ग, प्रो बी पी सिंह, सहित अन्य उपस्थित अतिथिगणों एवं प्रतिभागी छात्राओं का स्वागत किया।
इस कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में प्रतिभागी छात्राओं को प्रतिभागिता सर्टिफिकेट्स प्रदान किए गए। इस कॉन्फ्रेंस में 100 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। अंत में डॉ दीपिका सिंह, नोडल ऑफिसर, ईक्वल ऑपरच्यूनिटी सेल, आईआईएस विश्वविद्यालय ने मुख्य अतिथि, उपस्थित विषय वक्ताओं एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में प्रो सीमा सिंह, डॉ आर एस सिंह एवं श्री मोहीबुद्दीन खान ने आर्थिक विकास एवं महिला सशक्तिकरण, शैक्षिक विकास, अवसंरचना एवं अन्य विकास, स्व-रोज़गार के लिए सरकारी योजनाएं एवं वित्तीय सहायता आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
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