जयपुर, 8 नवंबर। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर में शुक्रवार को सेल्स एंड मार्केटिंग कॉन्क्लेव आयोजित किया गया। इसमें कॉर्पाेरेट क्षेत्र से कई प्रतिष्ठित वक्ता शमिल हुए।
जयपुरिया इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. प्रभात पंकज के स्वागत भाषण के साथ कॉन्क्लेव की शुरूआत हुई। उन्होंने सेल्स व मार्केटिंग के महत्व पर प्रकाश डाला और सेल्स प्रोफेशनल के लिए तीन आवश्यक तत्व (वेल्थ व वैलनेस पर केंद्रित, उत्कृष्टता व इंसानियत) बताए। कॉन्क्लेव के संयोजक प्रो. अनुराग दुग्गड़ और प्रो. पंकज चमोला ने कॉन्क्लेव का थीम के बारे में जानकारी दी।
आर आनंद द्वारा 'सर्चिंग फॉर हैप्पीनेस इन सेल्स जॉब' विषय पर मुख्य भाषण दिया गया। उन्होंने स्टूडेंट्स द्वारा सेल्स क्षेत्र को एक तनावपूर्ण पेशा मानने से संबंधित कई भ्रांतियों को भी दूर किया।
इस कॉन्क्लेव में दो पैनल डिस्कशन आयोजित किए। पहला पैनल डिस्कशन 'सेल्स : टुडे एंड टुमारो' विषय पर हुआ। ट्रांसफॉर्मेशन कंसल्टेंट राजीव नारंग व स्ट्रेटेजिस्ट, कंसल्टेंट व नॉलेज चीफ विवेक नंदा इसके पैनलिस्ट थे। यंग ईआरपी प्रोवाडर के सीईओ डॉ. जितेंद्र राठौड़ द्वारा इसका संचालन किया गया, जबकि स्टूडेंट प्रोसिक्यूटर हिमांशु माथुर थीं।
दूसरा पैनल डिस्कशन 'इवॉल्यूशन ऑफ कस्टमर डिसीजन जर्नी' विषय पर आयोजित किया गया। इसके पैनलिस्ट एक्सिस बैंक के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट आकाश कुमार और बैंक ऑफ इंडिया के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट घनश्याम भावसर थे। डॉ. जितेंद्र राठौड़ द्वारा इसका संचालन किया गया, जबकि स्टूडेंट प्रोसिक्यूटर अदिति शर्मा थीं।
दोनों पैनल डिस्कशन मे वक्ताओं द्वारा सेल्स क्षेत्र में आ रहे बदलावों तथा विभिन्न बाजारों व उत्पाद श्रेणियों में उपभोक्ताओं की भूमिका के बारे में चर्चा की गई और बताया गया कि कॉर्पाेरेट जगत के कारोबार के लिए इन दोनों की समझ होना किस प्रकार महत्वपूर्ण है। डॉ. अनुराग दुग्गड़ और डॉ. पंकज चमोला ने कॉन्क्लेव का सफलतापूर्वक समन्वय किया गया।
जयपुरिया इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. प्रभात पंकज के स्वागत भाषण के साथ कॉन्क्लेव की शुरूआत हुई। उन्होंने सेल्स व मार्केटिंग के महत्व पर प्रकाश डाला और सेल्स प्रोफेशनल के लिए तीन आवश्यक तत्व (वेल्थ व वैलनेस पर केंद्रित, उत्कृष्टता व इंसानियत) बताए। कॉन्क्लेव के संयोजक प्रो. अनुराग दुग्गड़ और प्रो. पंकज चमोला ने कॉन्क्लेव का थीम के बारे में जानकारी दी।
आर आनंद द्वारा 'सर्चिंग फॉर हैप्पीनेस इन सेल्स जॉब' विषय पर मुख्य भाषण दिया गया। उन्होंने स्टूडेंट्स द्वारा सेल्स क्षेत्र को एक तनावपूर्ण पेशा मानने से संबंधित कई भ्रांतियों को भी दूर किया।
इस कॉन्क्लेव में दो पैनल डिस्कशन आयोजित किए। पहला पैनल डिस्कशन 'सेल्स : टुडे एंड टुमारो' विषय पर हुआ। ट्रांसफॉर्मेशन कंसल्टेंट राजीव नारंग व स्ट्रेटेजिस्ट, कंसल्टेंट व नॉलेज चीफ विवेक नंदा इसके पैनलिस्ट थे। यंग ईआरपी प्रोवाडर के सीईओ डॉ. जितेंद्र राठौड़ द्वारा इसका संचालन किया गया, जबकि स्टूडेंट प्रोसिक्यूटर हिमांशु माथुर थीं।
दूसरा पैनल डिस्कशन 'इवॉल्यूशन ऑफ कस्टमर डिसीजन जर्नी' विषय पर आयोजित किया गया। इसके पैनलिस्ट एक्सिस बैंक के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट आकाश कुमार और बैंक ऑफ इंडिया के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट घनश्याम भावसर थे। डॉ. जितेंद्र राठौड़ द्वारा इसका संचालन किया गया, जबकि स्टूडेंट प्रोसिक्यूटर अदिति शर्मा थीं।
दोनों पैनल डिस्कशन मे वक्ताओं द्वारा सेल्स क्षेत्र में आ रहे बदलावों तथा विभिन्न बाजारों व उत्पाद श्रेणियों में उपभोक्ताओं की भूमिका के बारे में चर्चा की गई और बताया गया कि कॉर्पाेरेट जगत के कारोबार के लिए इन दोनों की समझ होना किस प्रकार महत्वपूर्ण है। डॉ. अनुराग दुग्गड़ और डॉ. पंकज चमोला ने कॉन्क्लेव का सफलतापूर्वक समन्वय किया गया।
No comments:
Post a comment