जयपुर। गोनेर के निकटवर्ती गोपालसागर आश्रम में छह दिवसीय विधाणी परिक्रमा महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को मिथिला बिहारीजी महाराज के सान्निध्य में अनेक भजन गायकों ने भजनों की स्वर लहरियां बिखेरी। कन्हैयालाल शर्मा, बाबूलाल शर्मा और मुकेश शर्मा ने भजनों की प्रस्तुतियां दीं।
अयोध्या से पधारे लक्ष्मण किलाधीश, मैथिली शरण, बालकदास, रामरमनदास सहित अनेक संतों का सान्निध्य भी प्राप्त हुआ। विधाणी परिक्रमा महोत्सव के संयोजक लक्ष्मी निधि महाराज ने बताया कि दस अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम चार से सात बजे तक विधाणी आश्रम में मिथिला बिहारीजी महाराज के सान्निध्य में भजन-कीर्तन-प्रवचन की गंगा प्रवाहित होगी। आश्रम परिसर में राज्य सरकार के सहयोग से निशुल्क चिकित्सा शिविर भी आयोजित होगा। वरिष्ठ विशेषज्ञ मौसमी बीमारियों और अन्य रोगों का उपचार करेंगे। दस अक्टूबर को भजनानंद महाराज, चेतनदास महाराज और मां साहिब भजनी देवी का पाटोत्सव मनाया जाएगा। अपराह्न तीन बजे पूजा-अर्चना के बाद गोनेर स्थित जगदीशजी मंदिर से गोपाल सागर आश्रम विधाणी धाम तक पैदल परिक्रमा की जाएगी। इसमें हजारों श्रद्धालु नाचते-गाते पैदल विधाणी पहुंचेंगे। महोत्सव में देशभर से श्रद्धालु जुटेंगे। परिक्रमा शोभायात्रा में अनेक झांकियां रहेंगी। शोभायात्रा शाम सात बजे विधाणी आश्रम पहुंचेगी। मिथिला बिहारीजी महाराज के आशीवार्द और प्रसाद वितरण के साथ परिक्रमा का समापन होगा।
अयोध्या से पधारे लक्ष्मण किलाधीश, मैथिली शरण, बालकदास, रामरमनदास सहित अनेक संतों का सान्निध्य भी प्राप्त हुआ। विधाणी परिक्रमा महोत्सव के संयोजक लक्ष्मी निधि महाराज ने बताया कि दस अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम चार से सात बजे तक विधाणी आश्रम में मिथिला बिहारीजी महाराज के सान्निध्य में भजन-कीर्तन-प्रवचन की गंगा प्रवाहित होगी। आश्रम परिसर में राज्य सरकार के सहयोग से निशुल्क चिकित्सा शिविर भी आयोजित होगा। वरिष्ठ विशेषज्ञ मौसमी बीमारियों और अन्य रोगों का उपचार करेंगे। दस अक्टूबर को भजनानंद महाराज, चेतनदास महाराज और मां साहिब भजनी देवी का पाटोत्सव मनाया जाएगा। अपराह्न तीन बजे पूजा-अर्चना के बाद गोनेर स्थित जगदीशजी मंदिर से गोपाल सागर आश्रम विधाणी धाम तक पैदल परिक्रमा की जाएगी। इसमें हजारों श्रद्धालु नाचते-गाते पैदल विधाणी पहुंचेंगे। महोत्सव में देशभर से श्रद्धालु जुटेंगे। परिक्रमा शोभायात्रा में अनेक झांकियां रहेंगी। शोभायात्रा शाम सात बजे विधाणी आश्रम पहुंचेगी। मिथिला बिहारीजी महाराज के आशीवार्द और प्रसाद वितरण के साथ परिक्रमा का समापन होगा।
No comments:
Post a comment