होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित कार्यक्रम "याद-ए-मोहम्मद हुसैन" में निज़ाम ने सुनाई चुनिन्दा नज़्में, टॉक शो में हुई कविताओं के इल्मी और फिल्मी दौर पर चर्चाजयपुर, 14 सितम्बर। साम्प्रदायिक सद्भाव, महिला शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहे समाजसेवी मोहम्मद हुसैन की याद में शनिवार को होटल क्लार्क्स आमेर में सम्पन्न हुए कार्यक्रम "याद-ए-मोहम्मद हुसैन" में हिंदी-ऊर्दू के नामचीन शायर शीन काफ़ निज़ाम को "शमीम जयपुरी अवॉर्ड 2019" से नवाज़ा गया। सम्मान स्वरूप उन्हें शॉल ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इस दौरान कविताओं के इल्मी से लेकर फिल्मी दौर पर टॉक शो भी हुआ।
सर्वप्रथम आयज़ा हुसैन ने समाजसेवी मोहम्मद हुसैन के जीवन पर्यन्त किए गए सामाजिक कार्यों पर विस्तार से जानकारी दी, वहीं राजस्थान ऊर्दू अकादमी के सचिव मोअज्जम अली ने गीतकार शमीम जयपुरी के हिंदी सिनेमा और साहित्य जगत में किए गए योगदान पर प्रकाश डाला। इसके बाद "कविताओं का इल्मी से फिल्मी सफर" विषय पर टॉक शो हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता शायर शीन काफ निज़ाम ने कहा कि आज के फिल्मी दौर में जिस तरह की शायरी लिखी-पढ़ी जा रही है, वक़्त की जरूरत के हिसाब से उसकी भी एक अलग अहमियत है, लेकिन इल्मी शायरी दिमाग को रोशन कर इंसान को सही रास्ता दिखाती है। इस टॉक शो के मॉर्डरेटर इवेंट गुरु अरशद हुसैन थे। इसके बाद सोशल एक्टिविस्ट निशात हुसैन, अमजद हुसैन सहित अन्य गणमान्यजनों ने शायर शीन काफ़ निज़ाम को शमीम जयपुरी अवॉर्ड 2019 प्रदान कर उनका अभिनंदन किया।
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