इसमें संस्थान के अनेक कलाकारों ने सुर, लय और ताल में पिरोए वतनपरस्ती के तरानों से शहर को गुंजा दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में म्यूजिक डायरेक्टर अमित अनुपम के निर्देशन में कलाकार मनीष जोशी, अमित अग्रवाल, दिव्या सक्सैना, साधना, वंशिका और मुस्कान कुमावत ने अपनी पुरकशिश आवाज में देवों की इस भूमि को बार-बार प्रणाम है...और तुम समम की रेत पर छोड़ते चले निशां...जैसे गीतों की की दिलकश प्रस्तुति देकर माहौल में देशभक्ति का जज्बा घोल दिया।
कलाकार रवि जोलिया ने कर चले हम फिदा...,शिल्पा जसूजा ने देश रंगीला..., राशि शर्मा ने जन्नत की तस्वीर...जैसे नगमों सलोनी प्रस्तुति देकर श्रोताओं को आह्लादित कर दिया। इसके बाद कलाकार गरिमा, हिनाक्षी, दिशा चटोपाध्याय ने ताकत वतन की हमसे है..., गरिमा और अनिल नायक ने जहां डाल-डाल पे सोने की चिडिय़ा करती है बसेरा... और कलाकार सूरज सिंह, मनीष जोशी ने ए वतन, वतन आबाद रहे...वतनपरस्ती के गीत गुनगुनाकर प्रांगण में सुरूर भर दिया। की-बोर्ड पर हबीब खान, तबले पर दिलशाद खान, हारमोनियम पर अंजना गुप्ता ने प्रभावी संगत की। संचालन वीना अनुपम ने किया। अंत में संगीत आश्रम संस्थान के सचिप अमित अनुपम ने सभी आगन्तुकों का आभार जताया।
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