जयपुर, 21 जुलाई। उद्योग विभाग के उद्यम प्रोत्साहन संस्थान द्वारा आगामी 26 जुलाई से 30 जुलाई तक अजमेरी गेट के पास स्थित राजस्थली पर पांच दिवसीय तीज लहरियां उत्सव आयोजित किया जाएगा। उद्योग आयुक्त डॉ.कृष्णा कांत पाठक ने बताया कि हस्तषिल्पियों और जयपुरवासियों को एक मंच पर लाने और मध्यस्थों के शोषण से बचाने के लिए तीज सिंजारा उत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग द्वारा इस तरह के नवाचार पहलीबार किए जा रहे हैं। लहरियां थीम पर आयोजित फैषन शो भी इस आयोजन का एक आकर्षण होगा।
डॉ. पाठक ने बताया कि जयपुरवासी महिलाओं के खास त्यौहार तीज और इस अवसर पर सिंजारा महोत्सव पर महिलाओं की जयपुरी लहरियां खास पसंद किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेष में भांति-भांति के लहरियां हस्तषिल्पियों द्वारा तैयार किए जाते हैं। तीज लहरियां उत्सव में दो से तीन दर्जन स्टॉलों में लहरियां बनाने वाले हस्तषिल्पी व बूटिक आदि संचालन कर्ताओं द्वारा लहरियां, बांधनी, मोठड़ी, समुंद, फागुनियां, चूंदड़ी आदि प्रदर्षित व बिक्री की जाएगी। इसके साथ ही युवतियों को ध्यान में रखते हुए लहरियां शूट आदि भी उपलब्ध होंगे। तीज के अवसर पर लहरियां सहित साफे के साथ ही पुरुषों के परिधान भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि तीज लहरियां उत्सव की थीम ओढ़नी-लहरियां रखी गई है और इस आयोजन के अनुभवों व जयपुरवासियों के रेस्पांस के आधार पर इसे और आगे बढ़ाया जाएगा।
आयुक्त डॉ. पाठक ने बताया कि प्रदेष में उद्योग विभाग के उपक्रम राजस्थान हाथकरघा विकास निगम, बुनकर संघ, रुडा, राजसिको, खादी बोर्ड आदि हस्तषिल्प व हाथकरघा के विकास में जुटे हुए हैं। तीज लहरियां उत्सव पर इन संस्थाओं द्वारा भी लहरियां सहित अन्य परिधान प्रदर्षित व बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि नवाचारों को आगे बढ़ाते हुए तीज लहरियां उत्सव पर युवाओं, डिजाइनरों और हस्तषिल्पियों के लिए विषेष बनाने के लिए फैषन शो भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा श्रेष्ठ स्टॉलों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
डॉ. पाठक ने बताया कि जयपुरवासी महिलाओं के खास त्यौहार तीज और इस अवसर पर सिंजारा महोत्सव पर महिलाओं की जयपुरी लहरियां खास पसंद किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेष में भांति-भांति के लहरियां हस्तषिल्पियों द्वारा तैयार किए जाते हैं। तीज लहरियां उत्सव में दो से तीन दर्जन स्टॉलों में लहरियां बनाने वाले हस्तषिल्पी व बूटिक आदि संचालन कर्ताओं द्वारा लहरियां, बांधनी, मोठड़ी, समुंद, फागुनियां, चूंदड़ी आदि प्रदर्षित व बिक्री की जाएगी। इसके साथ ही युवतियों को ध्यान में रखते हुए लहरियां शूट आदि भी उपलब्ध होंगे। तीज के अवसर पर लहरियां सहित साफे के साथ ही पुरुषों के परिधान भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि तीज लहरियां उत्सव की थीम ओढ़नी-लहरियां रखी गई है और इस आयोजन के अनुभवों व जयपुरवासियों के रेस्पांस के आधार पर इसे और आगे बढ़ाया जाएगा।
आयुक्त डॉ. पाठक ने बताया कि प्रदेष में उद्योग विभाग के उपक्रम राजस्थान हाथकरघा विकास निगम, बुनकर संघ, रुडा, राजसिको, खादी बोर्ड आदि हस्तषिल्प व हाथकरघा के विकास में जुटे हुए हैं। तीज लहरियां उत्सव पर इन संस्थाओं द्वारा भी लहरियां सहित अन्य परिधान प्रदर्षित व बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि नवाचारों को आगे बढ़ाते हुए तीज लहरियां उत्सव पर युवाओं, डिजाइनरों और हस्तषिल्पियों के लिए विषेष बनाने के लिए फैषन शो भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा श्रेष्ठ स्टॉलों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
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