शेखावत ने बताया कि विभाग तकनिकी कर्मचारियों की कमी के कारण निर्धारित कार्य से अधिक कार्य करना पड रहा है। पूर्व में पाँच वर्ष पहले कर्मियों को कार्य अधिक पर ओवरटाइम मान देय दिया जाता रहा था लेकिन ओवरटाइम नही मिलने पर कर्मचारियों में इसका रोष है और कार्य अधिक करने में असुविधा उत्पन हो रही है। साथ ही विभाग में नई भर्ती करने की मान रखी गई क्योकि तकनिकी कर्मचारियों की कमी के कारण जल सप्लाई,बिल वितरण जैसे कार्यो में सुविधा का अभाव बना हुआ है। पूर्व में 2013 में तकनिकी कर्मचारियों की 1294 पदों पर भर्ती निकाली गई थी परन्तु कारण वर्ष सरकार ने उसको लंबित रख दिया, जिससे विभाग में कर्मचारियों की कमी कारण सुचारू रूप से व्यवस्था चहलाने में असुविधा हो रही है और अधिक कार्य करना पड रहा। जिसकी वजह से निजीकरण को बढावा मिल रहा है। संघठन ने ज्ञापन-पत्र सोप कर जलदाय विभाग में नई भर्ती की मांग की।
इस मोके पर संघठन के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा, जिला उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद, मंत्री सुरेश कुमार, महामंत्री भोपाल सैनी, ठेकाकर्मी अध्यक्ष महिपाल सिंह तंवर, संघठन मंत्री सुरेश इन्दोरा, सदस्य जयप्रताप, फुलचंद गुर्जर,लालाराम गुर्जर,बाबूलाल मीना,अवदेश,पाप्पूलाल समेत कई लोग मौजूद थे।
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