निरंकारी बाल प्रदर्शनी का आयोजनजयपुर, 24 जून। ‘‘मनुष्य बातों से नहीं, बल्कि बातों को जीवन में कर्म रूप में धारण करने से महान बनता है । किसी भी बात को कहना आसान होता है परंतु कर्म रूप में करना कठिन होता है।‘‘ उक्त उद्गार संत घनश्याम जी ने प्रताप नगर, सांगानेर में आयोजित विशाल निरंकारी सत्संग में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा किस संत पहले बातों को जीवन में स्वयं के कर्म रूप में जीते हैं फिर दूसरों को अमल में लेने का संदेश देते हैं। सद्गुरु भविष्य का ज्ञाता होता है सद्गुरु पर विश्वास से ही ज्ञान जीवन में टिकता है दुनिया गुरु की लकीर के पीछे ही चलती है।
सत्संग स्थल पर प्रताप नगर बाल संगत के बच्चों ने एक ‘बाल प्रदर्शनी-2019‘ का आयोजन भी किया गया। जिसमें आध्यात्मिक विचारों, सामाजिक संदेशों, समाज कल्याण के कार्य, स्वच्छ भारत अभियान, पर आधारित पोस्टर बैनर और मॉडल प्रदर्शित किए गए। प्रदर्शनी ‘निरंकारी मिशन की शिक्षाओं व समाज को देन‘ विषय पर आधारित थी। प्रदर्शनी में बरखा चेचलानी ़़द्वारा ‘गुरमत के गुण साथ हो जाए, ऐसा हम किरदार बनाएं‘, यश, वैभव ने नफरत, अहम, वैर, ईर्ष्या पर, आकांक्षा अकोदिया ने ‘गुरमत का फिल्टर‘, ज्योति, अनामिका ने ‘आध्यात्मिक छाता‘, मोनिका, प्रिया, दिक्षा ने ‘रोशन मीनार‘ का मॉडल प्रस्तुत कियां जो बहुत सुंदर व सामाजिक संदेशों व निरंकारी मिषन की िंषक्षाओं से ओतप्रोत थे।
बाल प्रदर्शनी में मॉडल पोस्टर बनाने वाले बच्चों को इनाम भी दिए गए। जिनमें मॉडल वर्किंग में सिमरन व सोनू जी को, नॉन वर्किंग में मालविका जी को व पोस्टर में वंशिका को प्रथम स्थान पर सम्मानित किया गया ।
बाल प्रदर्शनी सोना लकवानी, जानकी गुलवानी जी के दिषा निर्देषन में आयोजित की गई। सत्संग में प्रताप नगर मुखी डॉ. के. के जोशी जी ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि बच्चों ने प्रदर्शनी को एक पर्व की तरह लेकर मॉडल और पोस्टर तैयार किये हैं।
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