अर्पित गंगवाल का कहना है कि, "जैसे पंजाबी म्यूजिक आज हर घरो में सुना जा रहा है, वैसे ही हमारा भी मन था की हम भी एक ऐसा डांसिंग ट्रैक बनाये जिसपे बच्चे और बूढ़े सब थिरके. मेरा ये मन था की इस गाने की भाषा मारवाड़ी ही होनी चाइये ताकि लोगो को इसे सुनते हुए ज़्यादा अपनापन लगे" . इसका म्यूजिक दिया है जयपुर में वैशाली नगर में रहने वाले शहर के बहुत ही यंग म्यूजिशियन अक्षय अग्रवाल ने जो पहले से ही मुंबई की म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना नाम स्थापित कर चुके है। उन्होंने 100 से ज़्यादा गानों का प्रोडक्शन किया है और वो हाल ही में वे खुद का एल्बम भी रिलीज़ करने वाले है।
अर्पित गंगवाल का कहना है कि, "जैसे पंजाबी म्यूजिक आज हर घरो में सुना जा रहा है, वैसे ही हमारा भी मन था की हम भी एक ऐसा डांसिंग ट्रैक बनाये जिसपे बच्चे और बूढ़े सब थिरके. मेरा ये मन था की इस गाने की भाषा मारवाड़ी ही होनी चाइये ताकि लोगो को इसे सुनते हुए ज़्यादा अपनापन लगे" . इसका म्यूजिक दिया है जयपुर में वैशाली नगर में रहने वाले शहर के बहुत ही यंग म्यूजिशियन अक्षय अग्रवाल ने जो पहले से ही मुंबई की म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना नाम स्थापित कर चुके है। उन्होंने 100 से ज़्यादा गानों का प्रोडक्शन किया है और वो हाल ही में वे खुद का एल्बम भी रिलीज़ करने वाले है।
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