- -मनुष्य मिलन साधना शिविर में मिलाई हारमोनी, खिले चेहरे, माता पिता के चरण धोए
यह बात रविवार को राजस्थान कॉलेज में सन टू ह्यूमन की ओर से आयोजित मनुष्य मिलन साधना शिविर में प्रमुख सूत्रधार परम आलय जी ने कहीं।पेड़ चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो बीज से बड़ा नहीं हो सकता बच्चा चाहे कितना भी बड़ा हो जाए मां-बाप जितना बड़ा नहीं हो सकता उन्होंने मंच पर करीब सौ से ज्यादा युवाओं से सीधे प्रश्नों के माध्यम से संवाद किया। उपस्थित सीए, इंजीनियर, आर्किटेक्चर और अध्ययनरत युवाओं के परिजनों से कहा कि हमने तो अपने जीवन को ठहरा लिया है और अपने बच्चों के जीवन को भी ठहरा रहे हैं। जो भी मां-बाप ठहरे हुए हैं, वे अपने बच्चों को ATM मशीन बनाएंगे। आपका बच्चा अमूल्य है और आप कीमत आंकते हैं अपने बच्चों की। भीतर से ज्ञान ठहर गया है बच्चों का, ज्ञान विकसित होना खत्म हो जाएगा। परमालय जी ने कहा कि चाहे यह पदार्थ कितना भी इकट्ठा कर लो पर यह ब्रेन कभी नहीं पा सकते । ब्रेन एक जीवंतता वाली घटना है। जब से टीवी आई है तब से आदमी में पागलपन का दौर शुरू हो गया है।
-मनाया हारमोनी डे...
इस अवसर पर हारमोनी डे मनाया गया। बच्चों ने माता-पिता के चरण धोए, तिलक लगाया, माला पहनाई और मनोभाव से पूजन किया। पूरे आयोजन स्थल पर ऐसा माहौल बना कि हर तरफ आंखें ठहर गई। सभी ने मां-बाप से गले मिलकर अनूठी मिसाल पेश की। इस मौके पर बच्चों ने संकल्प लिया कि माता-पिता को रोजाना सात अंगों से प्रणाम करेंगे, सूर्योदय से पूर्व जागेंगे, ज्ञान और विज्ञान के सदुपयोग से शरीर व मानवीय चेतना को शक्तिशाली बनाने की जीवन शैली जिएंगे। आयोजन के समापन पर सभी ने ऊर्जावान पेय ग्रहण किया।
-चेतना यात्रा आज...
शिविर से जुड़े राजेश नागपाल कमल सोमानी, आलोक तिजारिया अजय मित्तल, नरेंद्र baid व संजय महेश्वरी ने बताया कि मनुष्य मिलन साधना शिविर के अंतिम दिन राजस्थान कॉलेज परिसर से प्रातः 7:00 बजे 15000 लोगों की चेतना यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें सभी चेतनाएं भाग लेंगी।यह यात्रा मेडिसन मुक्त जयपुर शहर के संकल्प के साथ होगी यह यात्रा आयोजन स्थल से रवाना होकर गांधी सर्किल से होते हुए वापस शिविर स्थल पहुंचेगी, जहां परमालय जी शरीर की अग्नि को सिद्ध करने के सूत्र बताएंगे जिससे हम अपने जीवन को ऊर्जा से लबालब भर सकें और सौंदर्य पूर्वक जी सकें।
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