जयपुर, 1 जून। दूध का महत्व और दुग्ध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जागरूकता फैलाने के लिए पशु चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर की ओर से शनिवार को जयपुर में मानसरोवर स्थित दूध टेस्ट लेबोरेट्री में विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया।
कृषि एवं पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल ने कहा कि दूध की गुणवत्ता व मानव स्वास्थ्य का बहुत गहरा सम्बन्ध है। दूध का उत्पादन बढ़ाने के साथ गुणवत्ता भी सही रखनी होगी। इसके लिए समाज में जागरूकता व संवेदीकरण आवश्यक है। महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. संजीता शर्मा ने देषी गौवंश का दूध व उसके मानव स्वास्थ्य के लाभकारी परिणामों की जानकारी दी। कार्यशाला में दुग्ध उत्पादों से किसानों की आय बढ़ाने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। साथ ही पशुओं द्वारा मानव में फैलने वाले रोगों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में प्रदेशभर के पशु चिकित्सकों ने भाग लिया। इस मौके पर पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा, पशुपालन विभाग के निदेशक डाॅ. शैलेष शर्मा मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन की ओर से पहली बार 1 जून 2001 को वल्र्ड मिल्क डे यानी विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था। उसके बाद पूरी दुनिया में इस दिन को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है। दुग्ध दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दूध और इससे संबंधित उद्योगों का प्रचार-प्रसार करना है। इसके अलावा प्राकृतिक दूध के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
कृषि एवं पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल ने कहा कि दूध की गुणवत्ता व मानव स्वास्थ्य का बहुत गहरा सम्बन्ध है। दूध का उत्पादन बढ़ाने के साथ गुणवत्ता भी सही रखनी होगी। इसके लिए समाज में जागरूकता व संवेदीकरण आवश्यक है। महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. संजीता शर्मा ने देषी गौवंश का दूध व उसके मानव स्वास्थ्य के लाभकारी परिणामों की जानकारी दी। कार्यशाला में दुग्ध उत्पादों से किसानों की आय बढ़ाने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। साथ ही पशुओं द्वारा मानव में फैलने वाले रोगों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में प्रदेशभर के पशु चिकित्सकों ने भाग लिया। इस मौके पर पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा, पशुपालन विभाग के निदेशक डाॅ. शैलेष शर्मा मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन की ओर से पहली बार 1 जून 2001 को वल्र्ड मिल्क डे यानी विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था। उसके बाद पूरी दुनिया में इस दिन को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है। दुग्ध दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दूध और इससे संबंधित उद्योगों का प्रचार-प्रसार करना है। इसके अलावा प्राकृतिक दूध के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
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