पंजीकृत सभी किसानों को आवंटित हुई तिथि, एक ही सीजन में सरसों की रिकार्ड खरीद
आंजना बताया कि पहली बार एक ही सीजन में 19 जून तक 2 लाख 75 हजार 44 किसानों से 5.80 लाख मीट्रिक टन सरसों की रिकार्ड खरीद की गई हैं जिसकी राशि 2 हजार 438 करोड़ रूपये हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में इसी अवधि में 1 लाख 61 हजार 952 किसानों से मात्र 4.45 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद हुई थी जिसकी राशि मात्र1 हजार 780 करोड़ रूपये थी। इस प्रकार गत सीजन की तुलना में 658 करोड़ रूपये की अधिक सरसों की खरीद हुई हैं।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि खरीद में पहली बार बायोमैट्रिक सत्यापन एवं एक ही मोबाइल पर एक फसल का पंजीकरण किसानों के हित में प्रारम्भ किया हैं। जिसका नतीजा रहा कि सरसों के लिये 3.55 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें से 20 जून तक 3.52 लाख किसानों को उपज बेचान की दिनांक आवंटित कर दी गई हैं तथा शेष 2हजार 575 किसानों को अगले सप्ताह तक दिनांक आवंटित कर उपज खरीद को सुनिश्चित कर दिया जायेगा।
प्रबंध निदेशक राजफैड़ ज्ञानाराम ने बताया कि राजफैड़ के स्तर से तहसीलवार किसानों को फायदा देने के लिये पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई जिसके कारण एक और स्थानीय किसानों को फायदा मिला वही दूसरी ओर सुगम रूप से सरसों की रिकार्ड खरीद संभव हो पाई उन्होंने बताया कि बारदाने की किसी प्रकार से समस्या खरीद के दौरान नहीं आई। उन्होंने बताया कि बारदाने को लेकर खरीद केन्द्रों के विशेष माॅनिटंरिग की गई और किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए 10 दिन का अतिरिक्त बारदाना रिजर्व में रखा गया।
ज्ञानाराम ने बताया कि 20 जून तक सरसों, चना एवं गेहूं के लिये 5 लाख 3 हजार 37 किसानों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें से 4 लाख 99 हजार 512 किसानों को उपज बेचान की दिनांक आंवटित कर दी गई हैं तथा 7.28 लाख मीट्रिक टन की उपज 3 लाख 33 हजार 414 किसानों से खरीदी गई हैं। जिसकी राशि 3 हजार 12 करोड़ रूपये हैं।
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