जयपुर 19 मई। मालवीय नगर,सेक्टर-10 स्थित श्रीचन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर का दो दिवसीय वार्शिकोत्सव के अंतिम दिन रविवार को ध्वजारोहण,श्रीजी का महामस्तकाभिशेक व श्रीचन्द्रप्रभुु मंडल विधान पूजा सहित कई आयोजन हुए। इस दौरान आसपास का क्षेत्र भक्ति और आस्था के रंग में डूब गया।
मंदिर प्रबंध समिति के महामंत्री अनिल जैन बडजात्या ने बताया कि वार्शिकोत्सव के अंतिम दिन ,रविवार को सुबह नित्य नियम पूजा के बाद जयकारों के साथ श्रीजी का महामस्तकाभिशेक किया गया।इस दौरान मंदिर प्रांगण कलशाा ढालो रे....अमृत से गगरी भरो..धन्य आज घडी कैसी सुखकार...जैसे भजनों की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो उठा। इसीदिन दोपहर में ध्वजारोहण समाजश्रेश्ठी महावीर प्रसाद संजय सौगानी ने दीप प्रज्जवलनकर्ता समाजश्रेश्ठी सचिन-कल्पना जैन ने कियां। इस मौके पर मंदिर प्रबंध समिकि के शिरोमणि परम संरक्षक उत्तम कुमार पांडया,अध्यक्ष हरकचंद लुहाडिया,मंत्री रामपाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने तिलक,माल्यार्पण व पगडी पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद दोपहर में साजों के बीच श्रीचन्द्रप्रभुु मंडल विधान पूजा हुई। पूजा के दौरान आया मंगल दिन मंगल अवसर...रोम-रोम पुलकित हो जाए..जैसी भजनों की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो उठा। इस मौके पर पूजन सामग्री के पुण्यार्जक समाजश्रेश्ठी महावीर प्रसाद-प्रेमदेवी कासलीवाल थे। कार्यक्रम में काफी संख्या में समाजबंधुओं ने भाग लिया।
मंदिर प्रबंध समिति के महामंत्री अनिल जैन बडजात्या ने बताया कि वार्शिकोत्सव के अंतिम दिन ,रविवार को सुबह नित्य नियम पूजा के बाद जयकारों के साथ श्रीजी का महामस्तकाभिशेक किया गया।इस दौरान मंदिर प्रांगण कलशाा ढालो रे....अमृत से गगरी भरो..धन्य आज घडी कैसी सुखकार...जैसे भजनों की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो उठा। इसीदिन दोपहर में ध्वजारोहण समाजश्रेश्ठी महावीर प्रसाद संजय सौगानी ने दीप प्रज्जवलनकर्ता समाजश्रेश्ठी सचिन-कल्पना जैन ने कियां। इस मौके पर मंदिर प्रबंध समिकि के शिरोमणि परम संरक्षक उत्तम कुमार पांडया,अध्यक्ष हरकचंद लुहाडिया,मंत्री रामपाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने तिलक,माल्यार्पण व पगडी पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद दोपहर में साजों के बीच श्रीचन्द्रप्रभुु मंडल विधान पूजा हुई। पूजा के दौरान आया मंगल दिन मंगल अवसर...रोम-रोम पुलकित हो जाए..जैसी भजनों की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो उठा। इस मौके पर पूजन सामग्री के पुण्यार्जक समाजश्रेश्ठी महावीर प्रसाद-प्रेमदेवी कासलीवाल थे। कार्यक्रम में काफी संख्या में समाजबंधुओं ने भाग लिया।
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