जयपुर। जयसिंहपुरा खोर के वीर तेजाजी मंदिर परिसर में 11 कुंडीय नवदिवसीय महालक्ष्मी यज्ञ की पूर्णाहुति भंडारे के साथ हुई। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। आयोजन के व्यवस्थापक आशुतोष आचार्य ने बताया कि यज्ञ के आचार्य डॉ. घनश्याम वेदाचार्य जो जगतगुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्याल के वेदविभाग के प्रोफेसर डॉ. घनश्याम वेदाचार्य के आचार्यत्व में श्री महालक्ष्मी महामंत्र की सवा लाख आहुतियां अर्पित की गई। संरक्षक रामनोमी दास महाराज ने 21 वीं बार 31 दिन तक अग्नि तपस्या की। महायज्ञ का शुभारंभ 2100 महिलाओं की कलश यात्रा के साथ हुआ। प्रयागराज के उदासीन अखाड़े के महंत हरिहर हरदास महाराज सहित उत्तराखंड, पंजाब, मध्य्प्रदेश, उतरप्रदेश सहित विभिन्न प्रांतों से आए संतों-महंतों का सान्निध्य मिला। इस अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा भी हुई।
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