जयपुर, 10 अप्रैलः ग्रामीण कारीगरों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता, लुप्त हो रही स्थानीय कलाओं को पुनर्जीवित करने और पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित सस्टेनेबल फैशन हेतु वस्त्र उद्योग को विकसित करने के उद्देश्य से जयपुर में आज ऑर्गेनिक सर्टिफाइड अपैरल एवं लाइफस्टाइल स्टोर ‘नाव‘ की शुरूआत हुई। भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ताओं के लिए वस्त्र तैयार करने वाला अपैरल एवं लाइफस्टाइल स्टोर ‘नाव‘ सस्टेनेबल फैशन के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों से लेकर शहरी संरक्षकों के जीवन को सार्थक रूप से प्रभावित करने में विश्वास रखता है।
ऑर्गेनिक तरीके से खुबसूरती से तैयार की गई नवीनीकृत कोठी में ‘नाव‘ को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यहां संस्कृति, कला, शिल्प, संगीत, पुस्तकों, वार्तालाप, होम स्टाइल फूड, आदि के माध्यम से कारीगरों एवं कलाकारों को इनके संरक्षकों के करीब लाया जा सके।
‘नाव‘ की अवधारणा अवनीत अडवानी द्वारा की गई है, जो गत 20 वर्षों से भारतीय वस्त्र उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान और प्रोत्साहन दे रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय फैशन बाजार में भारतीय वस्त्र उद्योग को स्थापित करने के अपने स्पष्ट लक्ष्य के साथ उन्होंने महिलाओं के अनेक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फैशन ब्रांड के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर आधारित उच्चस्तरीय वस्त्र बनाने एवं उपलब्ध कराने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की लीडर होने के नाते उन्होंने राजस्थान के बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्रों के पुरुषों एवं महिलाओं को प्रशिक्षित कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। यह कार्य उनके दिल के बेहद करीब हैं।
सस्टेनेबल फैशन, स्थानीय शिल्प कौशल को मुख्यधारा से जोड़ने और राजस्थान की लुप्त हो रही कलाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के तौर पर अवनीत द्वारा जयपुर में अपने प्रथम अपैरल एवं लाइफस्टाइल स्टोर ‘नाव‘ की शुरूआत की गई है। उनका मूल भाव भारतीय जीवनशैली को सस्टेनेबल फैशन, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, स्थानीय शिल्प एवं कारीगरों से एकीकृत करना है।
ऑर्गेनिक तरीके से खुबसूरती से तैयार की गई नवीनीकृत कोठी में ‘नाव‘ को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यहां संस्कृति, कला, शिल्प, संगीत, पुस्तकों, वार्तालाप, होम स्टाइल फूड, आदि के माध्यम से कारीगरों एवं कलाकारों को इनके संरक्षकों के करीब लाया जा सके।
‘नाव‘ की अवधारणा अवनीत अडवानी द्वारा की गई है, जो गत 20 वर्षों से भारतीय वस्त्र उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान और प्रोत्साहन दे रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय फैशन बाजार में भारतीय वस्त्र उद्योग को स्थापित करने के अपने स्पष्ट लक्ष्य के साथ उन्होंने महिलाओं के अनेक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फैशन ब्रांड के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर आधारित उच्चस्तरीय वस्त्र बनाने एवं उपलब्ध कराने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की लीडर होने के नाते उन्होंने राजस्थान के बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्रों के पुरुषों एवं महिलाओं को प्रशिक्षित कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। यह कार्य उनके दिल के बेहद करीब हैं।
सस्टेनेबल फैशन, स्थानीय शिल्प कौशल को मुख्यधारा से जोड़ने और राजस्थान की लुप्त हो रही कलाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के तौर पर अवनीत द्वारा जयपुर में अपने प्रथम अपैरल एवं लाइफस्टाइल स्टोर ‘नाव‘ की शुरूआत की गई है। उनका मूल भाव भारतीय जीवनशैली को सस्टेनेबल फैशन, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, स्थानीय शिल्प एवं कारीगरों से एकीकृत करना है।
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