26 मार्च से 30 मार्च तक जेकेके के शिल्पग्राम में आयोजित होगा ‘ऑक्टेव 2019‘ फेस्टिवल
नॉर्थ-ईस्ट इंडिया के हस्तशिल्प उत्पादों की लगेगी प्रदर्शनी
विजिटर्स को नॉर्थ-ईस्ट इंडिया की संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से शिल्पग्राम को उत्तर पूर्वी परिवेश के अनुरूप तैयार करने में कला निर्देशक, श्री अनूप गिरी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल से आये लगभग 25 कुशल कारीगर गत अनेक दिनों से रात-दिन लगे हुए हैं। इस उत्सव के दौरान प्रतिदिन सायं 6.30 बजे से होने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां के मंच पर भी उत्तर पूर्व राज्यों के विविध रंग देखने को मिलेंगे। श्री अजित पटनायक के निर्देशन में तैयार होने वाले इस मंच में आसाम, मणिपुर, नागालैण्ड, मेघालय, अरूणाचल, त्रिपुरा, मिजोरम, सिक्किम राज्यों के चौखट, लैम्प, रूपांकन, झोपडी, बोध मठ, झंडे, भालों, आदि की प्रतिकृति देखने को मिलेगी। इसी प्रकार जेकेके के विभिन्न प्रवेश द्वारों को भी नागालैण्ड, सिक्किम और अरूणाचल की सांस्कृतिक परिदृश्य के अनुरूप तैयार करवाया गया है। प्रवेश द्वार में लगे प्रार्थना-चक्र एवं प्रांगण में स्थित विभिन्न लोक कलाकारों के स्कल्पचर लोगों को बेहद पसंद आयेंगे और उन्हें उत्तर पूर्व की सांस्कृति का आभास होगा।
कलाकारों के दल भी जयपुर आना आरम्भ हो गए हैं। कलाकारों के लगभग 15 दलों के 200 से अधिक कलाकार उत्तर पूर्व के सात राज्यों एवं सिक्किम की लोक संस्कृति को दर्शकों के सम्मुख प्रस्तुत करेंगें। फेस्टिवल में प्रस्तुति देने के लिये असम का शास्त्रीय नृत्य सत्तारिया और मणिपुर का मणिपुर रास भी आमन्त्रित किया गया है।
इस फेस्टिवल का एक अन्य आकर्षण उत्तर पूर्व की शिल्पकारी एवं दस्तकारी पर आधारित शिल्प मेला होगा, जो प्रतिदिन 3 बजे से आरम्भ होगा। आगंतुक यहां उत्तर पूर्व की शिल्प को देखने के साथ-साथ खरीद भी सकेंगें। यहां लगभग 80 दस्तकार अपनी हस्तशिल्प कला का प्रदर्शन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में नॉर्थ-ईस्ट क्षेत्र के कलाकारों का संभवतया यह प्रथम विशाल आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क होगा तथा प्रवेश गेट नंबर 3 से होगा।
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